ऐनसीपी और आरएसपी नेताओ ने मोदी सरकार की विफलताएँ गिनाई तो वही भाजपा सांसद ने सरकार की उपलब्धिया गिनाई।
आईआईएन/चेन्नई, @Infodeaofficial
देश में चुनावी आते ही चुनावी राजनीति के पिच पर नेताओ के एक सूत्री कार्यक्रम हल्ला बोल शुरू हो जाता है। क्या पक्ष, क्या विपक्ष, सभी अपनी दपली अपना राग अलापने लगता है। भारतीय राजनेता राजनीति संविधान के दायरे में रहकर चीजो को समझते कैसे हैं क्या है उनका नजरिया आइये जानते है।
यह मौका था चेन्नई के राजभवन में आयोजित संसदरत्न अवार्ड का जहा महाराष्ट्र के कोल्हापुर से ऐनसीपी सांसद धननजय भीमराव महादिक, नांदुरबार से भाजपा सांसद डा. हीना विजयकुमार गवित और केरल के कोल्लम से आरएसपी सांसद ऐन के प्रेमचंद से बात की। जहा ऐनसीपी और आरएसपी नेताओ ने मोदी सरकार की विफलताएँ गिनाई तो वही भाजपा सांसद ने सरकार की उपलब्धिया गिनाई।
सत्ता पाने के लिऐ वादों की झारी का जनता लेगी हिसाब
सत्ता प्राप्ति के लिए मोदी सरकार ने जनता से जो भी वादा किया सब अब मुंगेरी लाल के हसीन सपने बनकर रह गया है।
महाराष्ट्र के कोल्हापुर से एनसीपी के सांसद धननजय भीमराव महादिक ने कहा कि अबकी बार सत्ता से दूर हुई मोदी सरकार। भाजपाई भले ही हसीन सपने देख रहे हों पर स्थिति अब बदल गयी है। 2014 जैसी स्थिति अब नहीं रही।
नरेंद्र मोदी ने सत्ता में आने से पहले जो वादे किए थे उसे पूरा नहीं करने पर जनता अब निराश हो गई है।
मोदी सरकार को सत्ता से बाहर करने के लिए क्षेत्रिय पार्टियों को प्रमुखता देने की जरूरत है तभी जाकर मोदी को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। विपक्ष जितना भी हल्ला मचा ले महागठबंधन के पास चेहरों की कमी नहीं है। लेकिन अभी से चेहरे बताकर हम अभी से अपनी रणनीति जाहिर नहीं करना सकते। मोदी सरकार अपने कार्यकाल में किसान, रोजगार, जीएसटी, विमुद्रीकरण जैसे कई मुद्दों पर विफल रही है। आनेवाले दिनों में मोदी सरकार को जनता के रोष व कोप का भाजन बनना पड़ेगा।
वही इंफोड़िया से विशेष बातचीत के दौर में केरल के कोल्लम से आरएसपी के सांसद एन.के. प्रेमचंद ने कहा कि कलाधन वापस लाकर लोगों के खाते में 15 लाख रुपए देने का वादा करने वाले चुनावी जुमला बोल कर देश के जनता को गुमराह किया, क्या मोदीजी भरी भीड़ में खड़े होकर यह दावे से कह सकते हैं कि देश से कालाधन समाप्त हो गया है।
जीएसटी को अधुरी तैयारी से देश भर में लागु कर केंद्र सरकार मध्यमवर्गीय और नए व्यपारियों व व्यवसाइयों पर ही बोझ डाला है।
यह सरकार कॉरपोरेट कल्चर को फालो करती है। इसलिए वह केवल अम्बानी और अडानी को फायदा पहुंचाने पर ज्यादा ध्यान देती है।
रेलसेवा को निजीकरण करने की खबर पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम को लोकतंत्र का मंदिर स्वरूप मानते थे और आज भाजपा सरकार उसे निजी कंपनियों को सौपने के लिए आतुर है। देश की जनता जानना चाहता है क्या ये उपक्रम अच्छी सेवा नहीं दे रहे थे?
निजी कंपनियों के हाथ इसे सौपने पर इसमें कौन सा अभूतपूर्व बदलाव आ जाएगा। इससे केवल जनता पर ही बोझ बढ़ेगा।ये मोदी सरकार पूँजीवादी व्यवस्था का गुलाम है आने वाले चुनाव में जनता की अदालत में इनको हिसाब चुकता करने होंगे।
यह सरकार कॉरपोरेट कल्चर को फालो करती है। इसलिए वह केवल अम्बानी और अडानी को फायदा पहुंचाने पर ज्यादा ध्यान देती है।
रेलसेवा को निजीकरण करने की खबर पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम को लोकतंत्र का मंदिर स्वरूप मानते थे और आज भाजपा सरकार उसे निजी कंपनियों को सौपने के लिए आतुर है।देश की जनता जानना चाहता है क्या ये उपक्रम अच्छी सेवा नहीं दे रहे थे? निजी कंपनियों के हाथ इसे सौपने पर इसमें कौन सा अभूतपूर्व बदलाव आ जाएगा।
किसानों के कर्जमुक्ति पर काम कर रही है मोदी सरकार
भारत कृषि प्रधान देश है। देश में किसानों की समस्या पर देश भर के कई पॉलिटिकल पार्टी घड़ीयाली आंसु तो बहाती है पर केवल भाजपा ही एक ऐसी पार्टी है जो कृषको के समग्र विकास पर काम कर रही है। केंद्र में प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने अपने शुरूआती दौर से ही इन मुद्दों को प्रमुखता से उठाया है और उसपर काफी गम्भीरता से काम कर रहा है।
इंफोड़िया से विशेष बातचीत में महाराष्ट्र के नांदुरबार से भाजपा सांसद डा. हीना विजयकुमार गवित ने कहा कि महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री देवेंद्र फर्नविस और केंद्र से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हम किसानों की कर्ज मुक्ति के योजनाओ पर काम कर रहे हैं।
उन्होने आगे कहा कि हमारी सरकार कर्जमाफी में विश्वास नहीं करती, हम कर्जमुक्ति में विश्वास करने वाले लोग हैं। इसलिए आईसीएआर के साथ मिलकर मोदी सरकार ने कई ऐसे काम किए है जिसका सीधा लाभ किसानों को निश्चित तौर पर मिलेगा।
आईसीएआर ने उन कुछ ऐसे उन्नत किस्म के बीजों को तैयार किया है जिससे बिना युरिया बिना खाद के पैदावार ज्यादा किया जा सकेगा।
इतना ही नहीं हाल के दिनों में चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस पार्टी ने किसानों की कर्जमाफी की जो घोषणा की है वह केवल छलाबा और कुछ नहीं। किसानों का कर्ज माफ कर वह लोकसभा चुनाव में जीत के लिए रास्ता तैयार कर रहे हैं। लेकिन यह किसानों की समस्या का स्थाई समाधान नहीं है। किसानों के समस्या का स्थायी समाधान सिर्फ भाजपा सरकार के पास है।
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