महिलाएं अधिकारों का प्रयोग करें तो सही मायने में आजादी: कमल हसन
श्रेया जैन, आईएनएन/चेन्नई, @Infodeaofficial
महिलाएं जब तक स्वछंद होकर सही मायने में अपने अधिकारों का प्रयोग न कर सकें और पुरुष प्रधान समाज में खुद को पुरुषों के बराबर न खड़ा कर सकें तबतक हम सही मायने में आजाद नहीं। हम आजाद देश में जरूर रहते हैं पर आजादी के 70 साल बीत जाने के बाद भी हमारे देश में कई एसी महिलाएं है जो आज भी अपने अधिकारों का स्वछंद रूप से इस्तमाल नहीं कर पाती हैं।
चेन्नई के होटल सवेरा में आयोजित होमोप्रेनर अवार्ड कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए अभिनेता सह नेता कमल हसन ने कहा कि महिला हर क्षेत्र में पुरुषों से ज्यादा सक्षम हैं, हमे उनका सम्मान करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि असाधारण महिलाएं मुझे ज्यादा आश्चर्यजनक स्थिति में नहीं डालती हैं क्योंकी मेरी मां भी एक एसी महिला थी। पड़ोसी राज्य केरल का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि केरल आज हर प्रकार से विकसित इसलिए है कि क्योंकी उस राज्य में महिलाओं को इज्जत दी जाती है।
हमें इसे तमिलनाडु व देश में अन्य राज्यों में अनुकरण करने की जरूरत है। कमल हासन ने कहा कि गांधीजी ने कहा था कि जिस दिन हमारे देश में महिलाएं रात के बारह बजे स्वच्छंद होकर कहीं भी आ जा सकेंगी तब जाकर हमे पूरी स्वतंत्रता का अहसास होगा और तभी से हम सही रूप में विकास की ओर बढ़ेंगे।
उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वह हर पांच सालों में जब भी चुनाव होता है तो मतदान जरूर करना चाहिए। तमिलनाडु में वोट के बदले नोट का चलन है पर वैसे लोग जो वोट के बदले नोट का लालच देते हैं हमें उसे सीरे से नकार देना चाहिए। क्योंकी वह जनता का नहीं स्वयं का भला करने के लिए सत्ता में आते हैं।
इस मौके पर नैचुरल्स के सह संस्थापक सीके कुमारवेल ने कहा कि हमें आजादी भले ही 1947 में मिली हो पर अभी हम पूर्ण रूप से आजाद नहीं है। जबतक हमारे देश में महिलाओं को उनके अधिकारों से वंचित रखा जाएगा और उन्हें पुरुषों से कम आंका जाएगा तबतक हम पूर्ण रूप से खुद को एक आजाद देश का वासी नहीं मान सकते।
राजनीति को लोग गंदा मानते हैं लेकिन यह गंदा इसलिए है कि गंदे लोगों ने इसमें अपनी जड़े जमा रखीं है और अच्छे लोग आंख-कान बंद रखकर इससे मुह मोड़ें रहते हैं। होटल सवेरा में आयोजित अवार्ड समारोह में 35 होमोप्रेनर विजेताओं को सम्मानित किया गया। यह अवार्ड 11 श्रेणियों में दिए गए।