ऑनलाइन फ्रॉड से बचाने के लिए महिलाओं को किया जा रहा है डिजिटल जागरूक

अब चूरू की महिलाओं के साथ नहीं कर सकेगा कोई ऑनलाइन फ्रॉड,

डिजिटल सखी करीब एक लाख महिलाओं को मिलेगा 10 दिन में डिजिटल प्रशिक्षण

INN/Jaipur, @Infodeaofficial

ग्रामीण महिलाओं को इंटरनेट, डिजिटल पेमेंट व साइबर सुरक्षा की दी जा रही है जानकारी, चूरू के पांच गांव से हुई है शुरुआत। चूरू में करीब 1 लाख ग्रामीण महिलाओं को 7 दिन में इंटरनेट, डिजिटल पेमेंट व साइबर सुरक्षा की जानकारी देने की शुरूआत कर चूरू प्रशासन ने नवाचार किया गया है। इस प्रशिक्षण के तहत पहले 5 गांव से इसकी शुरुआत की गई है। जिले में अब महिलाओं को डिजिटल रूप से सशक्त किया जाएगा, इसमें ग्रामीण क्षेत्र की मोबाइल प्राप्त करने वाली महिलाओं से शुरुआत की जा रही है। इसके बाद ग्रामीण क्षेत्र की राजीविका से जुड़ी करीब एक लाख महिलाओं को इसका प्रशिक्षण दिया जाएगा, इसके बाद जो ग्रामीण महिला सीखना चाहेगी उसे प्रशिक्षित किया जाएगा।

चूरू जिले में यह नवाचार कंप्यूटर सखी को अपडेट कर डिजिटल सखी 2.0 की कार्य योजना तैयार करी गई है। इसके लिए एक समिति का गठन भी किया गया है जिसकी अध्यक्ष दुर्गा ढाका को मनाया गया है। डिजिटल सखी 2.0 के जरिए महिलाओं को 7 दिन तक एक-एक घंटे का मोबाइल प्रशिक्षण दिया जाएगा, पहले दिन बुनियादी मोबाइल उपयोग की जानकारी दी जाएगी इसी तरह 6 दिन तक महिलाओं को इंटरनेट उपयोग सोशल मीडिया, डिजिटल पेमेंट, ऑनलाइन शॉपिंग, वेब बुकिंग, साइबर सुरक्षा आदि की जानकारी दी जा रही है।

सातवें दिन रिवीजन फीडबैक के साथ महिलाओं के प्रशिक्षण का मूल्यांकन होगा। इस अभियान के जरिए महिलाओं को मोबाइल के जरिए प्रशिक्षित किया जाएगा, जिससे वह मोबाइल के जरिए ऑनलाइन व इंटरनेट से जुड़े सभी प्रकार के काम आसानी से कर पाएगी। इसके साथ ही महिलाएं साइबर क्राइम से भी बच सकेगी इसको लेकर 7 दिन की कार्य योजना तैयार की गई है और शुरूआत हो गई है, मास्टर ट्रेनर महिलाओं को प्रशिक्षित करेगी और इसमें 25 महिलाई का बैच तैयार किया जाएगा।

एसीईओ दुर्गा ढाका ने बताया कि डिजिटल सखी के तहत प्रत्येक ग्रामीण स्तर पर महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसकी शुरुआत चूरू ब्लॉक के पांच गांव से की गई है इसके लिए पहले 5 गांव की महिलाओं को मास्टर ट्रेनिंग का प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के बाद मास्टर ट्रेनर महिला गांव की चयनित महिलाओं को प्रशिक्षित कर रही है इसके लिए 25 महिलाओं का बैच बनाया गया है।

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