श्री पीयूष गोयल ने रेल मंत्री के रूप में कार्यभार संभाला
आईआईएन/नई दिल्ली, @Infodeaofficial
पीयूष गोयल ने आज नई दिल्ली स्थित रेल भवन में रेल मंत्री के रूप में पदभार ग्रहण किया। रेलमंत्री के अलावा गोयल को वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री की भी जिम्मेदारी दी गई है। इस अवसर पर नए रेल राज्य मंत्री सुरेश अंगडी चन्नाबसप्पा, रेलवे बोर्ड के चेयरमैन बी. के. यादव और बोर्ड के अन्य सदस्य उपस्थित थे।
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पिछले पांच वर्षों के दौरान भारतीय रेले ने यात्री सेवाओं और रेलवे के विभिन्न आयामों में बदलाव के कई कदम उठाए हैं। अगले पांच वर्षों के दौरान रेल की गति बढ़ाने और यात्री सुविधा को बेहतर बनाने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा ताकि रेल यात्रा और माल गाड़ी के आवागमन को बेहतर बनाया जा सके। रेल को बेहतर बनाने के लिए हम उसी उत्साह से कार्य करते रहेंगे।
गोयल ने कहा कि पिछले कार्यकाल के दौरान भारतीय रेल में कई सुधार किए गए हैं। भारतीय रेल में सुरक्षा बेहतर हुई है। भारत ने पहली बार ऊर्जा और कोयला क्षेत्र में अधिशेष स्थिति प्राप्त की है।
वर्तमान में पीयूष गोयल राज्यसभा के सदस्य हैं। (वे 2010 में पहली बार राज्यसभा के लिए सदस्य निर्वाचित हुए थे और 2016 में पुनः निर्वाचित हुए) इसके पहले वे भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष थे। आम चुनाव 2019 के दौरान वे भारतीय जनता पार्टी के प्रचार और घोषणापत्र समिति के सदस्य थे।
गोयल पढ़ाई में असाधारण रहे हैं। अखिल भारतीय चार्टर्ड एकाउंटेंट की परीक्षा में उन्हें दूसरा स्थान मिला था। श्री गोयल ने मुम्बई विश्वविद्यालय के कानून की परीक्षा में भी दूसरा स्थान प्राप्त किया था। वे एक विख्यात इनवेस्टमेंट बैंकर हैं और उन्होंने कई कार्पोरेट कंपनियों को प्रबंधन रणनीति और विकास के लिए परामर्श दिया है। वे भारतीय स्टेट बैंक और बडौदा बैंक के बोर्ड के भी सदस्य रह चुके हैं।
अपने 35 वर्षों के लंबे राजनीतिक कार्यकाल में गोयल बीजेपी के महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं। अभी वर्तमान में वे राष्ट्रीय कार्य समिति के सदस्य हैं। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के सानिध्य में उन्होंने बहुत कुछ सीखा है। नदियों को आपस में जोड़ने के लिए 2002 में बने टास्क फोर्स में सरकार ने उन्हें नामित किया था।