रामनाम वह मंत्र है जो हर समस्या का समाधान करने की क्षमता रखता है: रंजय
INN/Chennai, @Infodeaofficial
जीवन का सूरसागर सुख-दुःख से भरा हुआ है और जो नीत रामनाम का जाप करता है उसके लिए इस सूरसागर को पार करना बड़ा ही आसान हो जाता है। यह कहना है दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा के परीक्षा नियंत्रक रंजय कुमार सिंह का। रणविजय हाल ही में हिंदी प्रचार सभा मारिसस तथा साहित्यिक सांस्कृतिक शोध संसथान मुंबई के संयुक्त तत्वाधान में राम कथा का वैश्विक सन्दर्भ में भूमिका विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में रणविजय भी हिस्सा लेने के लिए मॉरीसस गए थे। वहां उनका हिंदी प्रचारिणी सभा मारिसस द्वारा सम्मान किया गया।
इस प्रस्तुति के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए रंजय कुमार ने बताया की राम वह नाम है जिसकी कीर्ति केवल भारत ही नहीं बल्कि विश्वभर में फैली हुई है। उन्होंने बताया की मर्यादा पुरुषोत्तम राम का जीवन हमसब के लिए प्रेरणा का श्रोत है। यह दुनिया सुख-दुःख और पीड़ा से भरा हुआ क्षीर सागर है जाम भगवन श्रीराम ने भी कष्ट कटे है लेकिन उन्होंने कष्ट और दुःख को प्रसनत्ता से स्वीकार कर क्षीर सागर को पार किया। मर्यादा पुरोषत्तम का जीवन हम सभी को प्रेरणा देता है की हम दुःख में विचलित न होकर धीरज के साथ हर परिस्थिति का सामना करें।
मारिसस में अपने अनुभव को साझा करते हुए रंजय कुमार ने बताया की मारिसस में लोगों को राम के बारे में बताने की जरुरत नहीं पड़ी उल्टा उन्होंने मुझे राम के बारे में कई रोचक जानकारिया दी। उन्होंने बताया जितने दिन वहां रहे पूरा समय राममय रहा। वह उनकी मुलाकात राजपुरोहित परिवार से हुई जो की वह काफी समय से रह रहे है। उनसे जब बातचीत हुई उन्होंने भोजपुरी में जब बात की तो उनका मन आनंदित हो उठा। लोगो ने वह जितना प्यार उसे मई कभी भूल नहीं पाऊंगा।