सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध: शिवराज सिंह
INN/New Delhi, @Infodeaofficial
एमएसपी के मुद्दे पर किसानों के विरोध के बीच शिवराज सिंह ने कहा कि सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है एमएसपी और अन्य मांगों के मुद्दे पर किसानों के विरोध के बीच सरकार ने आज कहा कि वह फसलों के उत्पादन लागत से कम से कम 50 प्रतिशत अधिक न्यूनतम समर्थन मूल्य प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। राज्यसभा में पूरक प्रश्नों का उत्तर देते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि किसानों का कल्याण केंद्र की प्रतिबद्धता है और इसने विभिन्न फसलों पर एमएसपी बढ़ाया है।
मंत्री ने कहा कि देश में धान, गेहूं, ज्वार, बाजरा, रागी, मक्का, अरहर और मूंग सहित फसलों की खरीद उत्पादन लागत से कम से कम 50 प्रतिशत अधिक एमएसपी पर की जा रही है। उन्होंने कहा कि कुछ फसलों के लिए एमएसपी 100 प्रतिशत है। मंत्री ने आरोप लगाया कि पिछली यूपीए सरकार के दौरान एमएसपी पर फसलों की खरीद नहीं हुई थी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि यूपीए सरकार ने एम.एस. स्वामीनाथन समिति की सिफारिशों के अनुसार फसलों की लागत से कम से कम 50 प्रतिशत अधिक मूल्य की मांग को खारिज कर दिया था, जबकि मौजूदा सरकार ने इसे स्वीकार कर लिया है।
हरियाणा-पंजाब सीमा पर विरोध प्रदर्शन
कुछ किसान संगठन फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी और अन्य मुद्दों की मांग को लेकर हरियाणा-पंजाब सीमा पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने अपनी मांगों को लेकर दिल्ली की ओर कूच करने की भी योजना बनाई है। किसानों के विरोध को देखते हुए हरियाणा की गृह सचिव सुमिता मिश्रा ने पंजाब-हरियाणा सीमा से सटे अंबाला के 11 गांवों में इंटरनेट बंद करने के आदेश दिए हैं। खनौरी बॉर्डर – पुलिस की 13 कंपनियां, सीआरपीएफ और बीएसएफ की एक-एक कंपनी तैनात की गई है। कुल 1500 से अधिक कर्मचारी तैनात किए गए हैं। 3 जेसीबी, वाटर कैनन वाहन, 3 वज्र वाहन, 20 रोडवेज बसें और 7 पुलिस बसें खड़ी की गई हैं।
30 किलोमीटर के क्षेत्र में 3 जगहों पर थ्री लेवल बैरिकेडिंग की गई है। शंभू बॉर्डर – यहां 3 लेयर बैरिकेडिंग है। हरियाणा पुलिस ने सीमेंट की दीवार बना दी है। पुलिस और अर्धसैनिक बल तैनात हैं। पुल के नीचे पुलिस और अर्धसैनिक बलों के करीब 1 हजार जवान तैनात हैं। वज्र वाहन और एंबुलेंस भी मौजूद हैं। फिलहाल यहां करीब 1500 किसान जुटे हैं।