डॉ . आर.बी. चौधरी, आईआईएन/पिंडवाड़ा (राजस्थान), @Infodeaofficial
समस्त महाजन के मैनेजिंग ट्रस्टी गिरीश भाई शाह,सदस्य भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड ने राजस्थान में अकाल से मरने वाले पशुओं की मृत्यु पर दुख व्यक्त करेत हुए कहा कि राजस्थान में अकाल और सूखे से निपटने के लिए स्थाई हल ढूंढना होगा। यही कारण है कि आज यहां तीन दिवसीय जीव दया, पशु संरक्षण -संवर्धन का प्रशिक्षण आरंभ किया जा रहा है.
प्रथम सत्र के शुभारंभ के अवसर पर वह राजस्थान से आए विभिन्न क्षेत्रों जैसे – मारवाड़ बाड़मेर और जैसलमेर के 100 से अधिक गौशाला कार्यकर्ताओं से अनुरोध किया कि राजस्थान में आपदाओं से गोवंशीय पशुओ के साथ-साथ अन्य पशुओं-पक्षियों के प्राण रक्षा के लिए स्थाई निराकरण ढूंढने रास्ता बताया जाएगा।फिर उपाय ढूंढने के बाद उस पर साथ साथ काम किया जाएगा ताकि जल्दी से जल्दी अपने लक्ष्य पर पहुंचा जा सके।
उन्होंने बताया कि राजस्थान आपदा प्रबंधन के विषय में काम करने की व्यापक संभावनाएं हैं किंतु पारंपरिक एवं प्राकृतिक उपायों को नजर अंदाज करने से हालात ज्यों की त्यों बनी हुई है । समस्त भोजन किस दिशा में एक अत्यंत व्यावहारिक एवं सफल स्कीम चला रहा है जिसके माध्यम से गांव पशुओं का संरक्षण संवर्धन कर उनके ऊपर हो रहे अत्याचार नियंत्रित करने में सफलता मिलेगी अपितु टिकाऊ खेती को बढ़ावा देते हुए पशु पक्षियों का संरक्षण कार्यक्रम तेज हो हो जायेगा ।
उन्होंने बताया कि हर साल तकरीबन 300 करोड रुपए आपदा प्रबंधन पर खर्च किए जाते हैं किंतु हर साल अकाल कि उगता बढ़ती जा रही है। कुदरती एवं बुनियादी संसाधनों का दुरुपयोग होने के कारण आज हालत दिन-ब-दिन बदतर होती जा रही है।
उन्होंने कहा कि पूरे राजस्थान में काली छाया मडरा रही है। समस्या के स्थाई निदान के लिए गिरीश भाई शाह ने जीव दया और गौशाला प्रबंधन में लीन एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम में शरीक हुए प्रतिभागियों एकजुट होने और अधिक से अधिक लोगों को शरीक करने का आग्रह किया। आगे अनुरोध करते हुए यह भी कहा कि कुदरत की बनाई गई व्यवस्था का का सम्मान करना होगा।
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