डॉ. आर. बी. चौधरी, आईआईएन/भाभर (गुजरात ), @Infodeaofficial
देश में गौशाला एक अत्यंत पुरानी जीव दया और पशु कल्याण की संस्था है जिसमें निराश्रित, बीमार और घायल गोवंशीय पशुओं की सेवा की जाती है. इस कार्य को श्रद्धा , आस्था और धर्म-कर्म के नजरिए से देखा जाता है.
समस्त महाजन के गौशाला प्रशिक्षण कार्यक्रम के दूसरे दिन प्रतिभागियों को गुजरात के प्रख्यात भाभर स्थित जलाराम गौशाला – पशु चिकित्सालय ले जाया गया जहां समूची गौशाला एक बेहतरीन पशु अस्पताल में परिवर्तित कर दी गई है.
तकरीबन 10,000 से भी अधिक घायल , बीमार तथा दुर्घटना से बचाए गए गोवंशीय पशुओं को गौशाला में चिकित्सा एवं देख-भाल की जाती है और जब ठीक हो जाते हैं तो उन्हें स्थानीय गौशाला को सुपुर्द किया जाता है .
समस्त महाजन के ट्रस्टी एवं गौशाला प्रशिक्षण के समन्वयक देवेंद्र जैन ने बताया कि इस गौशाला में सिर्फ एक्सीडेंटल या इमरजेंसी केस लिए जाते हैं जिन्हें विभिन्न जगहों से लाया जाता है. यह पूरी गौशाला एक अस्पताल है जिसमें अलग – अलग शेड और बाड़े बनाए गए हैं. सभी बड़ों में अलग- अलग बीमारियों की चिकित्सा की जाती है जैसे सिंग का कैंसर, टूटी हुई हड्डियों के मरीज,बीमार और तत्काल एक्सीडेंट से जख्मी केस आदि अलग -अलग रखे जाते हैं.
इमरजेंसी केस और रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए इस गौशाला में टाल-फ्री नंबर की एंबुलेंस चौबीस घंटा चलती रहती है. हमेशा रेस्क्यू ऑपरेशन से बचाए चोटिल और घायल जानवरों के चिकित्सा के लिए गौशाला में अपनी एक्स – रे, पैथोलॉजी, ऑपरेशन थिएटर, इंटेंसिव केयर यूनिट और सामान्य वार्ड से लेकर इमरजेंसी वार्ड भी बनाया गया है.
देवेंद्र जैन ने यह भी बताया कि आज प्रशिक्षण कार्यक्रम में शरीक प्रतिभागियों को हरीधाम गौशाला ले जाया गया जहां अदभुत प्रकार के कैटल शेड, विशाल चारा भंडार गृह एवं बेहतरीन पक्षी घर दिखाया गया. यहां से 20 किलोमीटर दूर दुधवा गांव में एक पशु प्रेमी दाता
Leave a Reply