15 हजार मीट्रिक टन पराली एकत्र, 89 पर लगा जुर्माना, किसानों को किया जा रहा जागरुक
INN/New Delhi, @Infodeaofficial
खेत में पराली जलाने के मामलों पर कार्रवाई जारी है। अब तक सीबीजी प्लांट के माध्यम से करीब 15 हजार मीट्रिक टन से ज्यादा पराली एकत्र की जा चुकी है। इसके अलावा जिले भर से पराली व कूड़ा-करकट जलाने के 89 मामले सामने आये हैं। जिनमें 43 मामले ऐसे हैं जिसमें पराली जलाने की पुष्टि हुई है। जिनमें से 13 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है, इसके अलावा 2 लाख 50 हजार रुपये का जुर्माना वसूल किया गया है। जबकि बिना एसएमएस के संचालित 10 कंबाइन हार्वेस्टर मशीन को सीज किया गया है।
इस बारे में उपकृषि निदेशक प्रसार श्रवण कुमार ने बताया कि पराली प्रबन्धन के लिए रिलायन्स इण्डस्ट्रीज लिमिटेड ने नामित अधिकृत मेसर्स बायोफ्यूल सर्किल द्वारा तहसील सिरौलीगौसपुर के ग्राम सैदनपुर, तहसील रामनगर के ग्राम अशोकपुर चाचूसरांय एवं तहसील हैदरगढ़ के ग्राम राजापुर में अपने कलेक्शन सेन्टर स्थापित किये हैं।
जिसके माध्यम से आस-पास के 15 से 20 किमी क्षेत्र की पराली संग्रहित कराई जा रही है। अब तक 15 हजार मीट्रिक टन पराली एकत्र की जा चुकी है। इससे एक ओर जहां किसान की कटाई और जुताई का खर्च बच रहा है, वहीं पराली का प्रबन्धन भी सुगमता से हो पा रहा है। इससे बिना किसी लागत के खेत से ही सभी पराली एकत्र हो जा रही और खेत भी साफ हो रहा है।
यही नहीं खेत की उर्वरा शक्ति और नमी भी बनी हुई है। किसानों से अपील की जा रही कि पराली न जलायें क्योंकि इससे एक ओर जहां पर्यावरण प्रदूषित होता हैं। वहीं खेत की उर्वरा शक्ति भी कमजोर हो जाती है। उन्होंने किसानों से अपील करते हुए कहा कि अपने खेतों में पराली कदापि न जलायें।