मेरठ में करोड़ों रुपये के स्टांप घोटाले का हुआ खुलासा
INN/Lucknow, @Infodeaofficial
मेरठ में करोड़ों रुपये के स्टांप घोटाले का खुलासा हुआ है,अब जांच हुई तो पता चला कि करीब सात करोड़ रुपये से ज्यादा का सरकार को राजस्व का नुकसान हुआ है। जिसमें अब तक 997 फर्जी स्टांप पर बैनामे की पहचान की गई है। फर्जी स्टांप का इस्तेमाल सरकारी राजस्व में घोटाले के लिए किया गया फर्जी स्टांप घोटाले में फरार मोस्ट वांटेड विशाल वर्मा पर एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है।
पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें लगाई हैं। आरोपी की सूचना देने वाले का नाम गोपनीय रखने की बात कही है।मेरठ में करोड़ों का फर्जी स्टांप घोटाला अंजाम दिया गया। आरोप है कि अधिवक्ता और दस्तावेज लेखक विशाल वर्मा ने रजिस्ट्री विभाग के कुछ अफसर के साथ मिलकर खेल किया है।
ई स्टांप की आड़ में करोड़ों के फर्जी स्टांप लोगों को बेच डाले और राजस्व की चोरी की गई। दूसरी ओर इन फर्जी स्टांप से रजिस्ट्री करने वाले लोगों को रिकवरी नोटिस पहुंच रहे हैं। इस प्रकरण में 4 मुकदमे हो चुके है। जिलाधिकारी दीपक मीणा ने बताया कि स्टांप घोटाले की जांच के लिए जिला स्तर पर कमेटी/एसआईटी बनाई है।
जल्दी जांच कमेटी की रिपोर्ट आएगी जिसके आधार पर कार्यवाही की जाएगी जिलाधिकारी ने यह भी बताया कि शिकायतकर्ताओं में से 50% लोगों ने पैसा जमा कर दिया है। और स्टांप को फोरेंसीस जांच के लिए भी भेजा गया है वही जिन लोगों को प्रशासन द्वारा नोटिस भेजा गया है वह और व्यापारियों ने रजिस्टरी ऑफिस पहुंचकर हंगामा किया और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।