एनआईए ने बांग्लादेश से जुड़े अल-कायदा मामले में पूरे भारत में कई ठिकानों की तलाशी ली
INN/New Delhi, @Infodeaofficial
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने सोमवार को भारत को अस्थिर करने की आतंकी समूह अल-कायदा की साजिश के तहत कुछ बांग्लादेशी नागरिकों द्वारा की जा रही गतिविधियों के संबंध में देश भर में कई स्थानों पर एक साथ व्यापक तलाशी ली। प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन अल-कायदा की गतिविधियों का समर्थन करने और उन्हें वित्तपोषित करने के संदिग्ध व्यक्तियों से जुड़े नौ स्थानों पर सुबह-सुबह कार्रवाई शुरू हुई। यह कार्रवाई जम्मू-कश्मीर, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, बिहार, त्रिपुरा और असम राज्यों में की गई।
तलाशी के दौरान बैंकिंग लेनदेन, मोबाइल फोन सहित डिजिटल डिवाइस और आतंकी फंडिंग गतिविधियों से संबंधित अन्य साक्ष्यों से जुड़े दस्तावेज बरामद हुए। एनआईए की जांच के अनुसार, जिन संदिग्धों के परिसरों पर छापेमारी की गई, वे बांग्लादेश स्थित अल-कायदा नेटवर्क के समर्थक हैं।
यह तलाशी एनआईए की 2023 के एक मामले की चल रही जांच का हिस्सा थी, जो बांग्लादेश स्थित अल-कायदा के गुर्गों द्वारा गिरफ्तार व्यक्तियों के सहयोग से रची गई साजिश से संबंधित है। इस साजिश का उद्देश्य अल-कायदा की आतंकवादी गतिविधियों का प्रचार करना और भारत में भोले-भाले युवाओं को कट्टरपंथी बनाना था। पिछले साल नवंबर में, एनआईए ने चार बांग्लादेशी नागरिकों सहित पांच आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया था, जिनकी पहचान मोहम्मद सोजिबमियान, मुन्ना खालिद अंसारी उर्फ मुन्ना खान, अजरुल इस्लाम उर्फ जहांगीर या आकाश खान, अब्दुल लतीफ उर्फ मोमिनुल अंसारी के रूप में हुई थी।
पांचवां आरोपी फरीद एक भारतीय नागरिक है। उनके पिछले रिकॉर्ड की एनआईए जांच से पता चला था कि आरोपियों ने अपनी गतिविधियों को गुप्त रूप से अंजाम देने के लिए जाली दस्तावेज हासिल किए थे। वे भारत में कमजोर मुस्लिम युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और प्रेरित करने, अल-कायदा की हिंसक विचारधारा को फैलाने, धन इकट्ठा करने और इन निधियों को अल-कायदा को हस्तांतरित करने में सक्रिय रूप से शामिल थे