अपराधी नहीं अपराध के कारण को नष्ट करना होनी चाहिए हमारी मंशा
विक्रम जैन, आईएनएन/नेल्लोर, @Jainvikaram18
पुलिस का काम अपराध होने के बाद अपराधिकयों को पकड़ उसे कानून के हवाले करने तक ही सीमित नहीं रह जाता। हमारा काम असल में वहीं से शुरू होता है। अपराधिकयों को पकड़ने के बाद उनसे पूछताछ कर रिपोर्ट बनाने तक में हम पुलिसवालों को इतना आसानी से समझ में आता है वह अपराध हुआ क्यों!
इनमें से कई एसे मामले होते हैं जिसमें यह भी समझ में आता है कि सामाजिक व्यवस्था में क्या सूधार करके इन अपराधों को होने से रोक सकते है। ऐसा कर हम समस्या को जड़ ही खत्म कर देते हैं
नेल्लोर जिला स्थित जैन यूनिवर्सिटी के उमेश चंद्र कॉनफेरेन्स हाल में पुलिस अधिकारियो के लिए अपराध दृश्य प्रबंधन के महत्व पर कार्यशाला शिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पुलिस अधीक्षक ऐश्वर्य रस्तोगी ने यह कहा। वह इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे।
कार्यशाला में मुख्य रूप से इन्हीं बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए पुलिसकर्मियों के लिए आयोजित कार्यशाला में अपराध को कैसे मौके पर निपटा जाय, किन उपायों से अपराधियों पर पकड़ मजबूत बनाने के लिए सबूत आसानी से इक्ट्ठा किए जा सकते हैं।
अपराध और उसके कारणों को नष्ट करने के लिए विभिन्न प्रकार के विधाओं की जानकारी दी गई। इनमें से कइयों में पुलिस अधिक्षक ने स्वयं पुलिसकम्रियों को इन अभ्यासों के बारे में जानकारी दी।
बैंको में होने वाले साइबर क्राइम से कैसे निपटा जाय, खुद को किस प्रकार तकनीक के बारे में जागरुक कर कैसे आनलाइन फ्राड से बचा जाय और अपराधियों को कैसे पकड़ा जाय इस बारे में पलिसकर्मियों को जानकारी दी गई।