आईएनएन/चेन्नई, @Infodeaofficial
कोर्ट मेरे लिए मंदिर समान है इसलिए मैने अपना कार्य श्रद्धापूर्वक संपादित किया। अपने विदाई समारोह को संबोधित करते हुए मद्रास हाईकोर्ट की मुख्य न्यायाधीश इंदिरा बेनर्जी ने कहा कि मैने अपना कर्तव्य बिना किसी डर के कानून के मुताबिक निभाया।
उन्होंने कहा कि कुछ मामलों में वह खुद फैसला करना चाहती थीं पर कर नहीं पाई इसका उन्हें अफसोस रहेगा। जब मुख्यमंत्री ईके पलनीसामी ने मुझे सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश बनने पर बधाई देने पहुंचे तो मैने उनसे कहा कि हाईकोर्ट का कार्य बिना देरी के किसी भी कीमत पर पूरा होना चाहिए।
अबतक उन्होंने जहां भी अपनी सेवाएं दी है उनमें मद्रास हाईकोर्ट उन्हें काफी बेहतर लगा। तमिलनाडु राज्य की समृद्ध विरासत उन्हें काफी प्रभावित करती है।
गौरतलब है कि इंदिरा बेनर्जी सर्वोच्च न्यायालय के इतिहास में आठवीं महिला जज होंगी। बताते चले कि उन्हें 5 फरवरी ,2000 को कलकत्ता उच्च न्यायालय का न्यायाधीश नियुक्त किया गया था और 8 अगस्त , 2016 को तबादला कर दिया गया था।
फिर उन्हें पांच अप्रैल , 2017 को पदोन्नति देकर मद्रास हाईकोर्ट का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया था हाल ही में सर्वोच्च न्यायालय का न्यायाधीश नियुक्त किया गया है।
सोमवार को हाईकोर्ट परिसर में फेयरवेल पार्टी रखी गई। इस दौरान हाईकोर्ट में काम करने वाले सभी जजों और अधिवक्ताओं ने उन्हें सर्वोच्च न्यायालय का जज बनने पर बधाई दिया।
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