मद्रास हाईकोर्ट का सम्बद्ध अदालत भी होगा सीआईएसएफ की सुरक्षा निगरानी में
आईएनएन,चेन्नई@Infodeaofficial;
मद्रास हाईकोर्ट का विवदों से रिश्ता काफी पूराना है। कोर्ट परिसर के अंदर अधिवक्ता व पुलिस के बीच मार-पीट का मामला काफी विवादित रहा है। वहीं इसके बाद कुछ अधिवक्ताओं द्वारा कोर्ट परिसर में विरोध-प्रदर्शन और तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश संजय कियान कौल के कोर्ट रूम में नारेबाजी की घटना के वाक्या आज भी लोगों के दिलो-दिमाग में दहशत पैदा कर देते हैं।
न्याय के मंदिर में न्याय दिलाने वाले ही जब इस कदर बेआबरू होकर कोर्ट की मर्यादाओं को धूमिल करते हो।तो न्याय में आस्था रखने वाले आमलोगों की मनोदशा पर क्या प्रभाव पड़ता होगा इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। खैर इन विवादों को देखते हुए कोर्ट परिसर में शांति व्यवस्था के मद्देनजर 16 नवम्बर 2015 को तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश संजय किशन कौल के आदेश के बाद मद्रास हाईकोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था सीआईएसएफ के जिम्मे दे दी गई।
इसी मामले में हाल ही में हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट परिसर के अंदर सभी सम्बद्ध कोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था सीआईएसएफ के हाथ में देने को लेकर मद्रास हाईकोर्ट की तीन सदस्यीय बेंच ने रजिस्टार जेनरल को सुझाव दिया है। बी. सरवनन सतिश कुमार द्वारा दायर जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए न्यायाधीश एम. सत्यनारायण, न्यायाधीश एमएम सुंदरेश और न्यायाधीश टीएस शिवज्ञानम की खंडपीठ ने याचिका को खारीज कर दिया।