रीतेश रंजन, आईआईएन/चेन्नई, @Royret
तमिलनाडु में हाल ही में हुए स्थानीय निकाय के चुनावों में अनियमितता का आरोप लगाती हुई राज्य की प्रमुख विपक्षी पार्टी डीएमके ने गुरुवार को मद्रास हाईकोर्ट में एक तत्काल याचिका सुनवाई के लिए लगाई। डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन का आरोप है कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ईके पलनीसामी के गृह क्षेत्र सेलम समेत कुछ क्षेत्रों में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी एआईएडीएमके सरकार के कहने पर काम कर रहे है।
डीएमके का आरोप है कि कुछ क्षत्रों में चुनाव के नतीजों की घोषणा करने में जानबूझ कर देरी की गई। डीएमके ने याचिका में में कई स्थानों पर दुबारा चुनाव और सीसीटीवी फुटेज दिखाने की मांग की है।
शुक्रवार को मामले की सुनवाई के दौरान न्यायाधीश एम. सत्यनारायण ने स्थानीय निकाय के चुनाव के नतीजों की घोषणा ध्यान में रखते हुए कारुर और सेलम चुनाव क्षेत्र के स्थानीय निकाय के सीसीटीवी फुटेज मंगाए हैं।
इस संबध में डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन ने राज्य के मुख्य चुनाव आयुक्त आर. पलनीस्वामी से गुरुवार को मुलाकात भी की। स्टालिन ने चेन्नई संवादाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए बताया कि एआईएडीएमके सरकार इन इलाकों में डीएमके की जीत को प्रभावित करना चाहती है इसलिए ऐसे प्रयास किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री के गृह विधानसभा क्षेत्र में वोटों की गीनती हो जाने के बावजूद नतीजों की घोषणा नहीं की गई है। उनका आरोप है कि मुख्यमंत्री के साले वेंकटेश मतणना केंद्र पर मोबाइल फोन लेकर घुम रहे हैं। चुनाव अधिकारी किसी एआईएडीएमके सरकार की गुलामी बजा रहे हैं। डीएमके एजेंटों के साथ मारपीट भी गई है।
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