सतीश श्रीवास्तव, आईआईएन/चेन्नई, @Infodeaofficial
चेन्नई, बेंगलूरु और हैदराबाद ऐसे शहरों में आते हैं जिनमें साइबर अटैक की ज्यादा सम्भावना रहती है। हाल ही के-7 कंप्यूटिंग साइबर थ्रेट मॉनीटर ने एक रिपोर्ट जारी कर बताया है कि तीन उपयोगकर्ताओं में एक ऐसा होता है जो साइबर अटैक का शिकार होता है।
ये घटनाएं अप्रैल-जून २2019 के दौरान हुई। चेन्नई में ये सबसे ज्यादा 48 प्रतिशत हुई जिसके बाद दूसरे स्थान पर 41 प्रतिशत के साथ कोलकता है।
अन्य मेट्रो के मुताबिक दिल्ली में यह सबसे कम २28 प्रतिशत है। के-7 ने यह सर्वेक्षण 20 शहरों के 70 लाख कम्प्यूटर पर किया। यह साइबर अटैक वर्किंग डे में ज्यादा होता है।
वहीं टियर 1 शहरों की अपेक्षा टियर 2 सिटी में ऐसी घटनाएं ज्यादा देखने को मिलती हैं। पटना में साइबर अटैक सबसे ज्यादा 48, उसके बाद गुवाहाटी में 46 और लखनऊ में 45 प्रतिशत हुए।
सबसे ज्यादा सुरक्षित ३५ प्रतिशत तिरुवनंतपुरम है। के-7 कम्प्यूटिंग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के. पुरुषोत्तमन का कहना है कि टियर 1 शहर के मुकाबले टियर 2 सिटी में ऐसे साइबर अटैक के मामले काफी बढ़ रहे हैं। लोगों में इसे लेकर जागरूकता की भी कमी है जो इस खतरे को और बढ़ाती है।
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