कवियों की रचनाओं पर ॐ अर्हम की ध्वनि से बढ़ा मनोबल

माधावरम, स्थित जैन तेरापंथ नगर के महाश्रमण समवसरण में शांतिदूत, अणुव्रत अनुशास्ता महातपस्वी आचार्य श्री महाश्रमणजी की पावन सन्निधि  में अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह के अंतर्गत एक  *विराट काव्य संध्या’ का आयोजन हुआ। जिसमें चेन्नई महानगर के विभिन्न रसो से सुसज्जित पाँच कवियों ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं का मन मोह लिया।

आईएनएन/चेन्नई,@Infodeaofficial

देश प्रेम, सामाजिक , वीर रस एवं हास्य रस से  भरपूर पाँच कवियों का एक साथ एक मंच पर उपस्थित होना भी शायद चेन्नई वासियों के लिए एक नया अनुभव था। 

मुनि श्री दिनेेेेशकुमारजी, मुनि श्री योगेशकुमारजी, मुनि श्री कुमारश्रमणजी, एवं मुनि श्री जम्बूकुमार जी के सान्निध्य में इस विराट काव्य संध्या का आयोजन हुआ|  महाश्रमण समवसरण में  उपस्थित हजारों श्रद्धालुओं ने इस काव्यसंध्या में कवियों की रचनाओं पर ॐ अर्हम की ध्वनि से कवियों का मनोबल बढ़ाया| 

कार्यक्रम का शुभारंभ तेरापंथ धर्मसंघ के सुर सम्राट श्री कमल सेठिया द्वारा अणुव्रत गीत के संगान से हुआ| अणुव्रत समिति, चेन्नई के अध्यक्ष श्री सुरेशचन्द्र बोहरा ने कवियों का स्वागत करते हुए उन्हें मंच पर आमंत्रित किया| कार्यक्रम के संयोजक श्री पंकज चोपड़ा ने कवियों का परिचय देते हुए, इस काव्य संध्या का संचालक कवि श्री मिठु मिठास को मंच सुपुर्द किया|

कवि श्री मिठु मिठास ने कार्यक्रम की शुरुआत एक आध्यात्मिक रचना की प्रस्तुति देते हुए की|  कवि श्री अनिल अवस्थी ने अपने व्यंग तथा हास्य रस से समवसरण में उपस्थित श्रोताओं का मन जीत लिया|  हास्य कवि श्री अमित चितवन ने अपने हास्य रस से तथा कवि श्री प्रहलाद श्रीमाली जी ने अपने वीर रस की कविताओं से समा बांधे रखा|  युवा कवि श्री प्रशांत अग्रवाल ने अपने हास्य रस के हुनर से काव्यसंध्या में हास्य का परचम लहरा दिया|

मुनि श्री योगेश कुमार जी ने एक धार्मिक कविता से श्रोताओं को लाभाविंत किया, मुनि श्री कुमारश्रमण ने अपने अमृत भरे स्वर से तेरापंथ धर्म संघ की एकता एवं महानता के प्रति अपनी अनमोल रचनाओं की प्रस्तुति दी| मुनि श्री दिनशकुमार ने अपनी स्वच्छ, सरल एवं मधुर वाणी से मंच को संबोधित करते हुए मंगल पाठ का वाचन किया|

श्री अरिहंत जी बोथरा ने सम्मान समारोह का संचालन करते हुए  सभी कवियों के सम्मान के लिए समिति के पदाधिकारियों को आमंत्रित किया|  आचार्य श्री महाश्रमण चातुर्मास प्रवास व्यवस्था समिति के अध्यक्ष श्री धर्मचंद जी लूंकड़ ने इस काव्य संध्या के प्रायोजक श्री जुगराजजी नाहर का सम्मान करते हुए अपने विचार व्यक्त किये|

कार्यक्रम के संयोजक श्री पंकज चोपड़ा का सम्मान समिति के सभी सदस्यों ने करते हुए उन्हें बधाई दी|  मंत्री श्री जितेन्द्र समदड़िया ने धन्यवाद ज्ञापन  दिया|

कार्यक्रम मे अणुव्रत महासमिति से श्री कैलाश जी सिंघवी, अणुव्रत समिति चेन्नई  की निवर्तमान अध्यक्षा श्रीमती मालाबाई कातरेला , श्री करण छल्लाणी, श्री मंगल डूंगरवाल, श्री नरेन्द्र भंड़ारी, श्री राजेन्द्र भंड़ारी, श्री अशोक छल्लाणी, श्री गौतम समदड़िया , श्री उमरावसिंह  सेठिया, श्री संपतराज जी चोरडिया , श्री अरिहंत बोथरा, श्री कमल श्यामसुखा, श्री सुरेश तातेड़, श्री अरुण बिरानी, श्रीमती कौशल्या समदड़िया, श्रीमती मिलन चोपड़ा एवं अन्य सदस्यों का कार्यक्रम की संयोजना में सराहनीय सहयोग रहा|

*✍  प्रचार प्रसार विभाग*

*आचार्य श्री महाश्रमण चातुर्मास प्रवास व्यवस्था समिति, चेन्नई*

स्वरूप  चन्द  दाँती
विभागाध्यक्ष  :  प्रचार – प्रसार
आचार्य श्री महाश्रमण चातुर्मास व्यवस्था समिति

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *