बिहार में पोस्टर वार भी जोर पर
आईएनएन/पटना, @Infodeaofficial
बिहार में अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है. चुनाव को लेकर अभी से ही राजनीतिक दल अपनी रणनीति बनाने में जुटे हैं. ऐसे में एनडीए या महागठबंधन एक-दूसरे को घेरने का भी कोई मौका नहीं छोड़ रही हैं. बिहार में पोस्टर वार भी जोर पर है. राजद जहां एनडीए के खिलाफ रोज पोस्टर लगाकर निशाना साध रही थी. वहीं अब, जदयू की तरफ से क्यूआर कोड वाला पोस्टर जारी किया गया है.
बिहार में विधानसभा चुनाव का समय जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है. वैसे-वैसे राजनीतिक पार्टियों के बीच सियासी लड़ाई तेज होती जा रही है. चुनाव के दौरान एक दूसरे पर हमला करने के लिए पोस्टर वॉर शुरू कर दिया है. राजद की तरफ से रोज एक पोस्टर पार्टी कार्यालय के बाहर एनडीए के खिलाफ लगाया जा रहा था. मगर, एनडीए खेमे ने विरोधियों को टारगेट करने के लिए एक खास तरीका अपनाया है. दरअसल पटना की सड़कों पर आरजेडी और लालू परिवार के खिलाफ पोस्टर लगाए हैं, जिस पर लिखा गया है जंगलराज का अत्याचार भूलेगा नहीं बिहार.
एनडीए के पोस्टर की खास बात ये है कि इसमें एक क्यूआर कोर्ड दिया गया है. पोस्टर में राजद के जंगलराज का जिक्र किया गया है. वहीं क्यूआर कोर्ड को स्कैन करते ही भूलेगा नहीं बिहार नाम से एक पेज खुलता है. इस पेज पर राजद सरकार के दौरान जंगलराज से जुड़े कई किस्सों का जिक्र किया गया है.
बता दें कि इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास के बाहर वक्फ और एनआरसी को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए पोस्टर लगाया गया. पोस्टर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तस्वीर भी थी. लिखा गया था, तुम तो धोखेबाज हो, वादा करके… एनआरसी पर हम तुम्हारे साथ नहीं. वक्फ पर तो बिल्कुल भी साथ नहीं, वोट लेंगे तुम्हारा लेकिन साथ नहीं देंगे. विधानसभा चुनाव को लेकर बिहार में राजनीति गरम है. इसका असर बिहार विधानमंडल के बजट सत्र में भी देखने को मिला. इस बीच, रमजान में दावत-ए-इफ्तार को लेकर भी सियासी पारा उबाल पर देखने को मिल रहा है.