भारतीय महिला खिलाडी को मिली आईसीएफ से मदद
एस विष्णु शर्मा, आईएनएन/चेन्नई, @SVS037
पश्चिम बंगाल की महिला खिलाडी स्वप्ना बर्मन को मदद दिलानेका भरपूर प्रयास चेन्नई शहर से किया जा चूका है| चेन्नई की प्रमुख संस्था सवारी डिब्बा खरखाना (आईसीएफ) जलपाईगुड़ी में स्थित प्रमुख खिलाडी को खास जूते दिलाने की प्रयास शुरू कर दिया है| जो पैरों के 6 अंगुलियों को समाने से अनुकूल हों|
एशिया के खेलों में इस 21 वर्षीय खिलाडी ने हेप्टाथलान मैं स्वर्ण पदक जीत कर पूरा देश का नाम रोशन कर दिया| इससे स्वप्ना बर्मन को एशिया के खेलों में स्वर्ण पद्क जीतने वाली पहली भारतीय हेप्टाथलीट होने का गौरव प्राप्त हुआ| स्वर्ण पद्क मिलनेके बाद पश्चिम बंगाल की इस खिलाडी ने खुलासा किया की आम लोगों के तरह उनके दोनों पैर अलग होने की वजह से उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पढ़ रहा हैं|
स्वप्ना ने कहा की उनके पॉव में छः अंगुली होने के कारण उनको प्रशिक्षण और अभ्यास के दौरान पैरों को चोट पहुंचती है क्योंकि वह वो जूते पहनती हैं जो आम तौर पर पांच अंगुली ही समा सकते हैं| 6 अंगुली समाने वाले ,खास जूते उपलब्ध न होने के कारण उन्हें साधारण जूते ही इस्तेमाल करना पढ़ रहा हैं|
उन्होंने एक इंटरव्यू में यह मांग रख दी है कि अगर उन्हें यह खास किस्म के जूते उपलब्ध करवा दें तो यह उनके लिए बहुत मददगार साबित होगी| जैसे ही यह खबर मिली आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक आई सी ऍफ़ के महाप्रबंधक सुधांशु मणि ने संस्था के खेल विभाग के अधिकारीयों को आदेश दे दिया कि स्वप्ना बर्मन को खास किस्म वाले जूते दिलवाने का प्रयास शुरू कर दे|
आदेश मिलते ही क्रीड़ा विभाग के अधिकारी अमेरिका के प्रमुख कंपनी नाइक जो खिलाडियों के लिया खास जूते बनती हैं उनसे संपर्क बनाके ख़ास जूतें तैयार करने का काम शुरु करवा दिया हैं| सूत्रों के अनुसार खबर है की खास जूते स्वप्ना बर्मन को जल्दी पहुँचाने में अधिकारी जुटे हुऐं हैं|
सुधांशु मणि ने कहा की इस देश के नाम को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर रौशन करनेवाली इस खिलाडी की मदद करने मैं उन्हें और उनके संस्था को बहुत ख़ुशी हो रही है| भारतीय रेल के लिए डिब्बे बनाने के साथ साथ खेल खुद को भी बढ़ावा देने मैं आई सी ऍफ़ का बड़ा योगदान हैं|